वैज्ञानिकों ने पहली बार 'एलियन डिक्शनरी' तैयार की है. ये किताब, ज़ेनोलिंग्विस्टिक्स: टुवर्ड्स ए साइंस ऑफ़ एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल लैंग्वेज, बाहरी अंतरिक्ष से किसी भी संकेत को समझने और उसका जवाब देने में मदद करेगी. एलियन यानी दूसरे ग्रह के प्राणियों के लिए अक्सर अलग-अलग तरीके के दावे किए जाते हैं। और उनकी विमान यानी यूएफओ को जोड़ा जाता है और कहा जाता है की धरती पर बार-बार आते-जाते हैं। ब्रिटेन में 2.5 साल के अंदर 1000 यूएफओ देखने का दावा जा रहा है।इसके अलावा भी वैज्ञानिक एलियंस को सिग्नल भेज कर बातचीत करने की कोशिश में लगे हैं। इस दौरान में सवाल यह है कि हम एलियन की भाषा कैसे समझ पाएंगे और उसका उत्तर हम कैसे दे पाएंगे? एलियन दोस्ताना सिग्नल को दुश्मन भरा ना समझ कर हम पर आक्रमण ना कर दें। वैज्ञानिकों ने तैयार की 'एलियन डिक्शनरी' ऐसे में वैज्ञानिकों ने नई डिस्कवरी तैयार की है जो की एलियन की भाषा समझने और उनका उत्तर देने में मदद करेगी। 25 एकेडेमिक्स ने इसे बनाया है. ये किताब, ज़ेनोलिंग्विस्टिक्स: टुवर्ड्स ए साइंस ऑफ़ एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल लैंग्वेज, बाहरी अंतरिक्ष से किसी भी
शरीर के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी होता है। यह अनेक तरह की तरीके की बीमारियों से हमें बचाता है। यह हमारे ब्रेन और नर्व्स को दोनों को एक्टिव रखता है। आपको पता ही होगा कि विटामिन डी हमारे शरीर के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है यह हमारी बॉडी को अनेक तरह की बीमारियों से बचाता है। यह ब्रेन के साथ-साथ नर्व्स को भी एक्टिव रखता है।धूप से विटामिन डी तो मिलता ही है लेकिन हम आपको बताते हैं कि विटामिन डी कब सही मात्रा में मिलता है. और आपको हम बता दें कि विटामिन डी शरीर में मैसेजिंग पावर को भी बढ़ता है। विटामिन डी का अनुमान आप ऐसे लगा सकते हैं।कि यह शरीर के लिए न्यूरोट्रांसमीटर की तरह काम करता है.यह है हार्मोनल हेल्थ बनाने के भी काम आता है। विटामिन डी शरीर के हर ऑर्गन को मैसेज भेजने का काम करता है जिन लोगों को विटामिन डी की कमी हो जाती है उन लोगों को मेंटल हेल्थ जैसी बीमारियां जकड़ सकती हैं। विटामिन डी शरीर में डोपामाइन के लेवल पर काफी असर करता है। जिसके कारण से डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी होने लगती है। ऐसे मैं बहुत जरूरी हो जाता है कि आप अपने शरीर में विटामिन डी की कमी पहचाने और उसकी पूर्ति करें।